आज कल की बिज़ी लाइफ़ की वजहसे मै रात को नींद ना आना और नींद में से जाग जाना आम बात हो गयी है लेकिन ये आम बात नहीं है नींद बहोत ज़रूरी है हमारे शरीर के लिए और अगर ठीक से नींद ना मिले तो काफ़ी समस्याऐ भी होती है।ठीक से नींद ना आना को इंसोमनिया कहते है। तो में आपको आज नींद के फ़ायदे और ठीक से ना सोने के नुक़सान और आप ठीकसे नहीं सोते उसके लक्षण, नींद ना आने के कारण और ठीक से सोने के लिए अच्छी नींद के उपाय बताऊँगा।
अच्छी नींद के फ़ायदे
मन प्रफुल्लित/खुश रहता है।
मन उत्साहित रहता है कुछ भी काम करने के लिए।
ताज़गी/फ़्रेश्नेस रहती है शरीर मै।
सर्कयुलेटरी सिस्टम अच्चे से काम करती है। जिससे हार्ट/हृदय के लिए अच्छा है।
दीमाग तेज बनता है। अलर्ट रहता है।
वजन कम करने के लिए उपयोगी है।
ठीक से ना सोने के नुक़सान
मन परेशान रहता है, जिससे डिप्रेसन रहता है।
काम करने में रुचि नहीं होती।
ताज़गी महसूस नहीं होती।
चिड़चिड़ा पन रहता है पूरा दिन।
अलर्ट्नेस नहीं रहती।
मानसिक रोग होते है।
थकावट रहती है।
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डिस्टर्ब्ड नींद के लक्षण
देर रात तक नींद ना आना।
रात को नींद से उठ जाना।
सुबह में बहोत जल्दी उठ जाना जेसे की ३-४ बजे।
अच्छे से नींद पूरी नहीं हुए ईज़ लगना सुबह से ही।
सुबह से ही थकावट होना।
दिन को कुछ काम करने में दिक़्क़त होना जेसे की मन ना लगना, और अलर्ट ना रह पाना।
अपने काम पे फ़ोकस ना कर पाना।
नींद के बारे मै सोचते रहना।
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नींद ना आने के कारण
बीच बीच में सोना दिन के टाइम (पावर नेप लेते रहना)
कुछ ना कुछ सोचते रहना।
दारू का सेवन।
दीमाग का शांत ना रहना।
चाहते हुए भी मन और दीमाग शांत ना होना और चलते रहना।
स्ट्रेस लेना, चिंता करते रहना, फ़्यूचर का सोचते रहना।
दोपहर को सोना।
टेलिविज़न, मोबाइल या कम्प्यूटर/लैप्टॉप रात को देर तक देखते रहना।
ज़्यादा ट्रैवल करते रहना या रात को काम करना।
रात को बहोत ज़्यादा खाना खाना।
रात को चाई, कोफ़ी का सेवन करना।
रात को कितना घंटा सोना चाहिए
सबसे पहले तो ये जान लीजिए की एक इंसान को कितने समय की नींद ज़रूरी है।
एक अडल्ट को ७-८ घंटे की बगेर डिस्टर्बन्स की नींद को सही माना जाता है।
बच्चों मै ज़्यादा ८-१०,१०-१२ और तुरंत जन्मे बच्चों में १४-१७ घंटे तक की नींद प्रॉपर मानी जाती है।

नींद का इलाज जल्दी से केसे सोए
ज़्यादा ना सोचे की नींद नहीं आ रही है बस अपने आप को शांत छोड़े।
सबसे पहले जो कारण ऊपर बताए गए है उनका त्याग करे जेसे की,
देर रात तक मोबाइल,टेलिविज़न,कम्प्यूटर का उपयोग ना करे।
रात को चाई,कोफ़ी ना पिए।
रात को भोट ज़्यादा खाना ना खाए।
दोपहर को ना सोए।
जितना हो सके चिंता करना बंद करे।
दारू का सेवन न करे।
मेडिटेशन करे उसके लिए दीमाग को शांत करने वाला संगीत सुने।
ध्यान करने की कोशिश करे रात को सीधा सोने के बाद मस्तिष्क में बीचो बीच ध्यान लगाए।
योगा और प्राणायाम करे सुबह में इससे मन शांत रहता है।
सर मै तैल लगाए रोज रात को सोने से पहले इससे आपको काफ़ी आराम मिलेगा सोने मै।
आप नारियल का तेल या कोई भी ठंडा तैल लगा सकते है।
पैरो में तैल से मसाज़ ज़रूर करे क्यूँकि पैरो में नर्व्ज़ एंडिंग्स होती है जहां पे ब्लड सर्क्युलेशन सबसे ज़्यादा रहता है तो इससे आपको नींद जल्दी आएगी।
अपना रूम ठीक करे अगर कोई दुर्गंध है तो उसे ठीक करे। या फिर अगर गद्दा ठीक नहीं है तो उसे भी ठीक करे।
नींद की आयुर्वेदिक दवा
जटामांसी घनवटी
ब्राह्मी वटी
बगेर डॉक्टर को दिखाए कोई भी दवाई ना खाए हम इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं है। कोई भी दवाई अपने आपसे लम्बे समय तक लेने से नुक़सान करती है तो इस बात का ज़रूर से ध्यान रखे।
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आशा करता हूँ की आपको बतायी गयी चीजों से ज़रूर लाभ मिलेगा और आप अच्चे से सो पाओगे कोई भी सलाह सुझाव या सवाल के लिए नीहे कॉमेंट करे।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से सलाह लें। Ayurved.live इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।